उत्तराखंड

प्रदेश में वनाग्नि की घटनाओँ में काफी कमी

प्रदेश सरकार की ओर से वनाग्नि को लेकर उठाए गये कदमों से प्रदेश में वनाग्नि की घटनाओँ में काफी कमी आई है। राज्य के वन मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि सरकार जनसहभागिता के साथ वनाग्नि की रोकथाम को लेकर कार्य कर रही है। इसकी वजह से मौजूदा वर्ष में पिछले वर्ष की सबसे कम वनाग्नि की घटनाएं सामने आई है। सरकार ने इस वर्ष ग्राम प्रधान की अध्यक्षता में फॉरेस्ट फायर मैनेजमेंट कमेटी का गठन कर समिति को आर्थिक सहायता देने के साथ ही लोगों को ट्रेनिंग, वन विभाग में मानव संसाधन की बढ़ोतरी के साथ ही उन्हें उपकरण आदि मुहैया कराने से वनाग्नि की घटनाओं में कमी देखने को मिल रही है

*बाइट- सुबोध उनियाल, वन मंत्री, उत्तराखंड*

वीओ-2- वहीं वन मंत्री सुबोध उनियाल ने जंगली जनवरों से किसानों की खेती को हो रहे नुकसान पर कहा कि सरकार किसानों की फसल को जंगली जानवरों से बचाने के हर संभव प्रयास में लगी हुई है। सरकार ने बंदरों के आंतक से लोगों को बचाने के लिए मिशन मंकी अभियान शुरू किया, इस अभियान के तहत अबतक एक लाख 40 हजार से अधिक बंदरों का बंधियाकरण किया गया है। जिससे बंदरों की आबादी को रोका जा सके। इसके अलावा जंगली सुअरों से बचाव को लेकर भी उपाय किये जा रहे हैं। साथ ही सरकार ने जंगली जानवरों के हमले से होने वाले नुकसान पर भी मुआवजा देने का फैसला लिया है।

*बाइट- सुबोध उनियाल, वन मंत्री, उत्तराखंड*

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