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कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में छिड़ गई बहस

कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर दुनियाभर में बहस छिड़ गई है। कोविशील्ड वैक्सीन साइड इफेक्ट्स को लेकर एक बार फिर चर्चा में है। दरअसल, यूके की फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका ने पहली बार लंदन के कोर्ट में स्वीकार किया है कि उसकी कोरोना वायरस के खिलाफ लगने वाली वैक्सीन से दुर्लभ मामलों में गंभीर साइड इफेक्ट हो सकते हैं। जिसके बाद इस पर सियासत गर्म हो गई है। राजनीति दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे हैं।

वहीं सियासत से अलग स्वास्थ्य विशेषज्ञ मानते हैं कि इस वैक्सीन के फायदे अधिक हैं और नुकसान बेहद कम हैं, इसलिए कोविशील्ड वैक्सीन को लेकर घबराने की जरूरत नहीं है। वैक्सीन सेफ है और जिसको साइड इफेक्ट होने थे, वो वैक्सीनेशन के बाद ही हो गये होंगे। प्रख्यात न्यूरोसर्जन डा. महेश कुड़ियाल और फिजिशियन व कार्डियोलाजिस्ट डॉ एसडी जोशी का कहना है कि पैनिक न करें और न ही फैलाएं। कोरोना रोधी टीका कोविशील्ड को लेकर आ रही खबरों से घबराने की जरूरत नहीं है। यह वैक्शीन पूरी तरह से सुरक्षित है। इस तरह के टीकों का दुष्प्रभाव भी तात्कालिक होता है, टीका लगने के कुछ सालों बाद उसकी भी गुंजाइश न के बराबर रह जाती है। बचपन में भी जब वैक्सीन लगती थी तो भी डॉक्टर हमें हिदायत देते थे। हो सकता है आपको बुखार हो जाए या फिर दर्द हो तो रोग प्रतिरोधक क्षमता होने के कारण ये सब हो सकता है। लेकिन फिलहाल कोविशिल्ड को लेकर डरने की जरूरत नहीं है।

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